by: William Richards Everyone is very conscious of their health and health related issues as well, various prevention are taken to be healthy like yoga, exercise, morning walks etc. Similarly to face the health hassles after crossing a certain age Medicare insurance plans are of good option to opt for. For emergency or any kind of medical treatment for the senior citizens are to be looked after as they suffer every now and then after a certain age. Sometimes long term treatment and regular check -ups are of big tension in the family. As the age of an individual health related issues starts creating problem in their life so after a certain age it becomes burden for the family members to bear the expenses of the medical treatment. With the flow of time the value of money increases and so it becomes really difficult to bear the huge amount of medical bliss for an individual. So, to cut the cost of the medical expenses Medicare supplemental Plans are of great help in the present scenari
गूगल सर्च इस देश को सबसे ज्यादा नुकसान अगर किसी ने पहुंचाया है तो वे हैं राजनीतिक संत। उनकी संत कहलाने की महत्वाकांक्षा गलत हाथों में सत्ता की बागडोर सौंप देती है। गीता में भी कहा गया है और भारतीय मान्यता भी है कि जब-जब धर्म की हानि होती है ईश्वर का अवतार होता है. ईश्वर तो नहीं लेकिन हमने देखा है कि भारत में जब-जब सत्ता निरंकुशता की और बढ़ी है और उसके प्रति जनता का आक्रोश बढ़ा है एक राजनैतिक संत का आगमन हुआ है जिसके पीछे पूरा जन-सैलाब उमड़ पड़ा है. महात्मा गांधी से लेकर अन्ना हजारे तक यह सिलसिला चल रहा है. आजादी के बाद विनोबा भावे , लोकनायक जयप्रकाश नारायण समेत दर्जनों राजनैतिक संत सामने आ चुके हैं. इनपर आम लोगों की प्रगाढ़ आस्था रहती है लेकिन सत्ता और पद से उन्हें सख्त विरक्ति होती है. अभी तक के अनुभव बताते हैं कि राजनैतिक संतों की यह विरक्ति अंततः उनकी उपलब्धियों पर पानी फेर देती है. महात्मा गांधी के प्रति आम भारतीयों में अपार श्रद्धा थी. उनहोंने आज़ादी की लड़ाई का नेतृत्त्व किया. सत्याग्रह के अमोघ अस्त्र के जरिये आजादी दिलाई लेकिन सत्ता का नेतृत्त्व ऐसे हाथों में सौंप